राहू ससुराल है, राहू वह धमकी है जिससे आपको डर लगता है। जेल में बंद निर्दोष कैदी भी राहू है। राहू सफाई कर्मचारी है। स्टील के बर्तन राहू के अधिकार में आते हैं। हाथी दन्त की बनी सभी वस्तुएँ राहू के रूप हैं। रास्ते का पत्थर राहू है। राहू वह मित्र है जो पीठ पीछे आपकी निंदा करता है। दत्तक पुत्र भी राहू की देन होता है। नशे की वस्तुएँ राहू हैं। दर्द का टीका राहू है। हस्पताल का पोस्ट मार्टम विभाग राहू है। राहू मन का वह क्रोध है जो सालों के बाद भी शांत नहीं हुआ है। न लिया हुआ बदला भी राहू है। शेयर मार्केट की गिरावट राहू है उछाल केतु है। ताला लगा मकान राहू है। बदनाम वकील भी राहू है। मिलावटी और सस्ती शराब राहू है। राहू वह धन है जिस पर आपका कोई हक़ नहीं है या जिसे अभी तक लौटाया नहीं गया है। यदि आपकी कुंडली में राहू अच्छा नहीं है तो किसी से कोई चीज़ मुफ्त में न लें क्योंकि हर मुफ्त की चीज़ पर राहू का अधिकार होता है। लेने वाले का राहू और खराब हो जाता है और देने वाले के सर से राहू उतर जाता है। बेटी को भी स्टील के बर्तन अपने मायके से नहीं लेने चाहिये।
राहू के बारे में कहावत है “राहु जिसे तारे उसे कौन मारे,राहु जिसे मारे उसे कौन तारे “।
चन्द्रमा मन का कारक है. राहू और चंद्र की युति जातक को सनकी, पागल या बहुत अच्छा शोधकर्ता, महान वैज्ञानिक इत्यादि यूँ कहें कि अलग सोच और द्रष्टिकोण का बनाती है. ऐसे लोग एक बार जिस उद्देश्य के पीछे पड़ जाय तो उसको पा कर ही दम लेते हैं. सबसे अच्छा उदाहरण महात्मा गाँधी जी कुंडली है.
ज्यादातर वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं इत्यादि की कुंडलियों में राहु और चंद्र की युति पायी गई है